1 जुलाई 2025 से लागू हुए नए सरकारी नियम
1 जुलाई की सुबह आई तो हर कोई अपने-अपने काम में लगा था, किसी को ऑफिस की जल्दी थी, किसी को गांव से शहर जाने की चिंता। लेकिन धीरे-धीरे खबरें आने लगीं कि आज से बहुत कुछ बदल गया है। ऐसा नहीं है कि ये बदलाव अचानक हुए, मगर अब लागू हो गए हैं — और असर भी दिखने लगा है। बात सिर्फ किसी एक कानून या एक सुविधा की नहीं है, इस बार तो रेलवे से लेकर बैंकिंग तक, टैक्स से लेकर ट्रैफिक तक कई जगहों पर चीजें अब पहले जैसी नहीं रहीं। ये वो बदलाव हैं जिनका सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा — और शायद आप पर भी, अगर आपने अभी तक ध्यान नहीं दिया है।
Rule changed from 1 july 2025 - जानिए ट्रेन टिकट, गैस, पैन कार्ड, बैंकिंग और टैक्स सिस्टम पर क्या असर पड़ा है।
अब टिकट बुकिंग में OTP और आधार अनिवार्य, सफर थोड़ा मुश्किल होगा
अब अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो ध्यान दीजिए, टिकट बुक करना अब उतना आसान नहीं रह गया। रेलवे ने बुकिंग सिस्टम को थोड़ा टाइट कर दिया है। अब अगर आप तत्काल टिकट लेना चाहते हैं तो बिना आधार वेरिफिकेशन के कुछ नहीं होगा। और आगे से जब भी टिकट बुक करेंगे, OTP आएगा — जब तक वो सही से डाला नहीं गया, टिकट नहीं मिलेगा। पहले लगता था कि ऑनलाइन बुकिंग फटाफट हो जाती है, लेकिन अब थोड़ा और सतर्क रहना पड़ेगा। और हां, रिजर्वेशन चार्ट अब ट्रेन चलने से आठ घंटे पहले ही बन जाएगा। एक और बात — किराया थोड़ा बढ़ गया है, ज्यादा नहीं, पर लंबे रूट वालों को जरूर महसूस होगा।
आयकर रिटर्न भरने वालों को राहत, लेकिन देरी न करें
सरकार ने टैक्सपेयर्स को थोड़ी राहत दी है — अब ITR भरने की डेडलाइन 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 सितंबर कर दी गई है। अच्छा है, जो लोग देर करते हैं उनके लिए ये एक्स्ट्रा टाइम फायदेमंद हो सकता है। लेकिन एक्सपर्ट लोग कहते हैं कि जितनी जल्दी भर दो, उतना अच्छा। आखिर में साइट स्लो हो जाती है, OTP नहीं आता, और फिर गुस्सा भी आता है — ये सब झंझट से बचा जा सकता है अगर समय रहते सब कुछ कर लिया जाए।
GST रिटर्न में अब कोई सुधार नहीं, एक बार फाइल तो फाइनल
जो लोग व्यापार करते हैं और जीएसटी भरते हैं, उनके लिए तो ये बदलाव थोड़ा चुभ सकता है। अब GSTR-3B में सुधार का कोई मौका नहीं मिलेगा। एक बार जो डाटा सबमिट कर दिया, बस वही फाइनल। पहले थोड़ी गलती हो जाती थी तो ठीक हो जाता था, अब ऐसा नहीं चलेगा। गलती हो गई तो भुगतना पड़ेगा। सिस्टम को पारदर्शी बनाना अच्छी बात है, लेकिन व्यापारियों के लिए ये थोड़ा टेंशन वाला हो सकता है। छोटे व्यापारी तो अकसर खुद फाइलिंग करते हैं, अब उन्हें दोगुनी सतर्कता रखनी होगी।
पैन कार्ड बनवाना हुआ कठिन, अब आधार अनिवार्य
अगर आप पैन कार्ड बनवाने की सोच रहे हैं और सोचते हैं कि आधार के बिना भी काम चल जाएगा, तो अब ऐसा नहीं होगा। अब तो साफ-साफ कह दिया गया है — बिना आधार नंबर के नया पैन नहीं बनेगा। और जिनके पास पहले से पैन कार्ड है, उन्हें भी चैन नहीं — अगर 31 दिसंबर 2025 तक पैन को आधार से लिंक नहीं किया, तो पैन ही बंद कर दिया जाएगा। फिर कोई बैंकिंग या टैक्स का काम नहीं चलेगा। ये चीज़ें सुनने में छोटी लगती हैं लेकिन जब काम अटकता है तो बहुत परेशान करती हैं।
क्रेडिट कार्ड यूज़र्स ध्यान दें, नियमों में बदलाव आपके पैसे को प्रभावित कर सकता है
क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए भी कुछ ऐसी खबरें आई हैं जो सीधे तौर पर उनके मासिक खर्चों को प्रभावित कर सकती हैं। देश के प्रमुख बैंकों ने अपने कार्ड नियमों में कुछ नई चीजें जोड़ी हैं, और कुछ हटाई भी हैं। जैसे SBI ने अपने प्रीमियम कार्ड से एक्सिडेंट बीमा हटा दिया है — पहले जो ट्रैवल में फायदा था, अब नहीं मिलेगा। साथ ही, बिल का जो न्यूनतम देय राशि होता है, उसकी गणना का तरीका भी थोड़ा बदल रहा है। आप सोच रहे होंगे कि क्या फर्क पड़ता है — फर्क पड़ सकता है जब अचानक कोई अनजान चार्ज आपके स्टेटमेंट में दिखे।
RBI का फैसला: अब बैंकिंग लेन-देन रात 7 बजे तक
आरबीआई ने बैंकिंग सेक्टर को थोड़ा और एक्टिव कर दिया है। अब इंटरबैंक कॉल मनी मार्केट — जहां बैंक एक-दूसरे को उधार देते हैं — उसका समय शाम 5 से बढ़ाकर रात 7 बजे कर दिया गया है। आम आदमी के लिए इसका सीधा असर नहीं दिखेगा, लेकिन जो संकेत है वो साफ है — बैंक अब और ज्यादा देर तक काम करेंगे, यानी सिस्टम धीरे-धीरे 24x7 की तरफ बढ़ रहा है।
दिल्ली वालों के लिए चेतावनी, पुरानी गाड़ियों को नहीं मिलेगा फ्यूल
अब ज़रा बात करें दिल्ली की। यहां जिनके पास पुरानी गाड़ियां हैं, उनके लिए मुश्किल बढ़ सकती है। सरकार ने 520 पेट्रोल पंपों पर ऐसे कैमरे लगा दिए हैं जो गाड़ी की नंबर प्लेट देखकर पहचान लेंगे कि वह कितनी पुरानी है। अगर गाड़ी 15 साल से पुरानी है (पेट्रोल) या 10 साल से (डीजल), तो उसे पेट्रोल या डीज़ल नहीं मिलेगा। और ऊपर से चालान भी कट सकता है। सोचिए ज़रा, अपने घर के पास पंप पर गए और गाड़ी को फ्यूल ही नहीं मिला — कितना अजीब लगेगा। लेकिन यही अब हकीकत है।
LPG गैस सिलेंडर को लेकर नए रेट लागू, कमर्शियल सस्ता और घरेलू जस का तस
1 जुलाई से तेल कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम घटा दिए हैं, जिससे होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट चलाने वालों को थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली में अब यह सिलेंडर ₹1665 में मिल रहा है, जो पहले ₹1723.50 का था। मुंबई, कोलकाता, भोपाल और चेन्नई जैसे शहरों में भी ₹50 से ₹60 तक की कमी आई है। लगातार दूसरे महीने कीमतों में कटौती की गई है, जो कमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात है।
दूसरी ओर, 14.2 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अप्रैल में ₹50 की बढ़ोतरी के बाद से कीमतें स्थिर हैं। दिल्ली में अभी भी सिलेंडर ₹853 में ही मिल रहा है, और अन्य शहरों में भी यही स्थिति बनी हुई है। यानी आम घरों को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है।
अपना सिस्टम अपडेट कर लो भाई, वरना पछताना पड़ेगा
इन सारे नियमों को देखिए तो एक बात साफ है — सरकार चाहती है कि सिस्टम और साफ, पारदर्शी और टेक्नोलॉजी बेस्ड बने। ये एक तरह से सही भी है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आम लोगों को झटके न लगें। फर्क बस इतना है कि जो लोग समय पर जानकारी लेकर तैयारी कर लेते हैं, उन्हें फायदा होता है। बाकियों के लिए ये सब बदलाव सिरदर्द बन जाते हैं। इसलिए बेहतर यही है कि आप अभी से अपने दस्तावेज़ अपडेट कर लें, आधार-पैन लिंक करवा लें, और नए सिस्टम को समझने की कोशिश करें। तब जाकर आप इस बदलते दौर में बिना जुर्माने, बिना तनाव के आगे बढ़ पाएंगे।
डिस्क्लेमर (Disclaimer):
इस लेख में दी गई सभी जानकारियाँ विभिन्न सरकारी अधिसूचनाओं, मीडिया रिपोर्ट्स और ऑनलाइन उपलब्ध स्रोतों पर आधारित हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ आपको समय पर और सही जानकारी देना है, कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित सरकारी वेबसाइट या आधिकारिक माध्यम से पुष्टि ज़रूर करें। नियमों में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं, इसलिए अपडेट रहना ज़रूरी है।
हम इस जानकारी को पूर्ण सत्य मानने का दावा नहीं करते — लेकिन हाँ, कोशिश यही है कि आपको सही और समझने लायक भाषा में जानकारी मिले।