2025 में सावन सोमवार व्रत सिर्फ 4 बार? क्या 7 जुलाई से रखना चाहिए व्रत? जानिए पूरा सच!

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 इस साल सावन में केवल 4 सोमवार! परंपरागत 5 व्रत रखने वालों को 7 जुलाई से ही व्रत शुरू करने की सलाह!

नमस्कार पाठकों

हर साल सावन का महीना शिवभक्तों के लिए आस्था, भक्ति और संयम का प्रतीक होता है। खासकर सावन सोमवार व्रत का धार्मिक महत्त्व इतना बड़ा है कि लाखों श्रद्धालु इस दौरान उपवास रखते हैं। लेकिन इस साल 2025 में एक महत्वपूर्ण बदलाव है — सावन मास में केवल 4 सोमवार आ रहे हैं।

ऐसे में सवाल उठता है कि जो लोग नियम से 5 सोमवार का व्रत रखते हैं, उन्हें क्या करना चाहिए? आइए इस विशेष रिपोर्ट में जानते हैं पूरी जानकारी।

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सावन सोमवार व्रत 2025 की तारीखें

इस वर्ष उत्तर भारत में सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार) से हो रही है।
इस अनुसार सावन के सोमवार इस प्रकार हैं:

  • 14 जुलाई 2025 – पहला सोमवार
  • 21 जुलाई 2025 – दूसरा सोमवार
  • 28 जुलाई 2025 – तीसरा सोमवार
  • 4 अगस्त 2025 – चौथा और अंतिम सोमवार

 यानी इस बार केवल 4 सावन सोमवार व्रत रखने का अवसर है।

 परंपरागत रूप से 5 सोमवार व्रत क्यों रखे जाते हैं?

धार्मिक परंपरा के अनुसार, कई भक्त नियमपूर्वक 5 सोमवार व्रत रखते हैं, चाहे सावन में कितने भी सोमवार पड़ें।
ऐसा मानना है कि 5 सोमवार व्रत रखने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, विशेष रूप से अविवाहित लड़कियाँ यह व्रत उत्तम वर की प्राप्ति के लिए रखती हैं।

 क्या व्रत 7 जुलाई से शुरू करें?

जी हां!
जिन श्रद्धालुओं का संकल्प है कि वे 5 सावन सोमवार का व्रत रखें, उन्हें इस साल 2025 में पहला व्रत 7 जुलाई 2025 (सोमवार) से ही शुरू करना होगा, ताकि वे लगातार पांच सोमवार व्रत कर सकें।

सोमवार

तिथि

श्रावण मास में स्थिति

पहला सोमवार
7 जुलाई
श्रावण पूर्व (नियम व्रत)
दूसरा सोमवार
14 जुलाई
सावन का पहला सोमवार
तीसरा सोमवार
21 जुलाई
सावन सोमवार
चौथा सोमवार
28 जुलाई
सावन सोमवार
पाँचवाँ सोमवार
4 अगस्त
सावन का अंतिम सोमवार

    व्रत विधि और पूजा नियम

  1. प्रातः स्नान कर शिवलिंग को जल, दूध से अभिषेक करें

  2. पंचामृत, बेलपत्र, भस्म, धतूरा चढ़ाएं

  3. "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें

  4. फलाहार करें या निर्जल व्रत रखें

  5. संध्या समय दीप जलाकर आरती करें

  6. शिव चालीसा, रुद्राष्टक या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें

मंदिरों में सावन की धूम

काशी, हरिद्वार, उज्जैन, देवघर जैसे प्रमुख शिवधामों में तैयारियाँ जोरों पर हैं। लाखों कांवरिए गंगा जल लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए निकल चुके हैं।

निष्कर्ष

यदि आप परंपरागत 5 सोमवार व्रत रखना चाहते हैं, तो इस बार 7 जुलाई 2025 से व्रत की शुरुआत करें।
अन्यथा केवल सावन मास के 4 सोमवारों का व्रत भी पूर्ण पुण्यकारी माना जाता है।

Disclaimer (अस्वीकरण):

यह लेख धार्मिक मान्यताओं, पंचांग गणना और पारंपरिक स्रोतों पर आधारित है। व्रत, पूजा विधि या तिथि से संबंधित अंतिम निर्णय लेने से पूर्व कृपया अपने क्षेत्रीय पंचांग, स्थानीय पंडित या ज्योतिषाचार्य से परामर्श अवश्य लें। लेखक की मंशा किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने की नहीं है।

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