Sonbhadra News: राष्ट्रीय बाल पोषण माह की शुरुआत, CMO ने पिलाई विटामिन-A की पहली खुराक
बच्चों को विटामिन-A की खुराक देकर शुरू हुआ राष्ट्रीय बाल पोषण माह
रॉबर्ट्सगंज हुआ अभियान का शुभारंभ
सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज स्थित नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य पोषण माह की शुरुआत हो गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉ. अश्वनी कुमार ने स्वयं एक बच्चे को विटामिन-A की खुराक पिलाकर इस महत्त्वपूर्ण अभियान का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिले के लाखों बच्चों को कुपोषण और बीमारियों से बचाकर एक स्वस्थ भविष्य देना है।
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तस्वीर: सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार बाल पोषण माह के शुभारंभ पर बच्चे को विटामिन-A की खुराक पिलाते हुए। साथ में अन्य स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद। |


9 महीने से 5 साल तक के बच्चों को मिलेगा लाभ
यह अभियान खासतौर पर 9 महीने से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों के लिए चलाया जा रहा है। इस आयु वर्ग में आने वाले बच्चों की संख्या लगभग 2.66 लाख है। इन सभी बच्चों को विटामिन-A की खुराक देने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि उन्हें कुपोषण, आंखों से जुड़ी बीमारियां और अन्य संक्रमणों से बचाया जा सके। कार्यक्रम की शुरुआत में डेढ़ वर्षीय श्रेयांश और चार वर्षीय रुबीना को खुराक पिलाकर प्रतीकात्मक रूप से अभियान की शुरुआत की गई।
मॉडल टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन भी
इस अवसर पर डॉ. अश्वनी कुमार ने एक मॉडल टीकाकरण केंद्र का भी उद्घाटन किया, जो नियमित रूप से कार्य करेगा। इस केंद्र पर प्रतिदिन बच्चों को टीकाकरण और ज़रूरी खुराक दी जाएगी। इससे ना सिर्फ इस अभियान को गति मिलेगी बल्कि नियमित टीकाकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
बच्चों के लिए विटामिन-A क्यों जरूरी है?
सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि विटामिन-A बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसकी कमी से बच्चों में रतौंधी (रात में कम दिखना), दृष्टि की कमजोरी, अंधापन और कई अन्य बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
कब-कब और कैसे दी जाएगी खुराक?
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. गिरधारी लाल ने बताया कि यह खुराक जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों पर उपलब्ध कराई जाएगी। प्रत्येक बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण के साथ-साथ विटामिन-A की खुराक दी जाएगी।
जिले में कितने बच्चों को दिया जाएगा विटामिन-A?
इस अभियान के तहत तीन आयु वर्गों को ध्यान में रखा गया है। 9 से 12 महीने, 1 से 2 वर्ष, और 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों की कुल संख्या 2.66 लाख है, जिन्हें यह खुराक दी जानी है। यह जिले के बच्चों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है।
कार्यक्रम में शामिल हुए अधिकारी और कर्मचारी
इस कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.पी. सिंह, एसीएमओ डॉ. प्रेमनाथ, यूनिसेफ प्रतिनिधि संदीप श्रीवास्तव और मनोज कुमार, पी.के. निगम, कृष्णनंद चौबे, पुष्पेंद्र शुक्ला, ज्ञान नारायण सहित अनेक ANM, स्टाफ नर्सें और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
अभिभावकों से अपील
स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर विटामिन-A की खुराक जरूर दिलवाएं। यह बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक है।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत सोनभद्र जिले में यह अभियान बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में बड़ा कदम है। विटामिन-A की खुराक से नन्हे बच्चों का भविष्य और भी सुरक्षित होगा।
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